पिछले लगभग डेढ़ महीनों से पंखुरी बेटी के ब्लॉग पर कुछ ख़ास नहीं हुआ . वैसे इसमें बिटिया की कोई गलती नहीं थी . ना ही बिटिया के कारनामों, शरारतों और मस्ती में कुछ कमी थी बल्कि वो सब तो पूरे जोर शोर से जारी था लेकिन पंखुरी टाइम्स का संपादक मंडल (यानी बिटिया की बुआ... ही-ही-ही) थोडा बिज़ी था और इसी व्यस्तता में बहुत सारी बातें बिटिया अपने दोस्तों से शेयर नहीं कर सकी . लेकिन वो सारा डाटा सुरक्षित रखा गया है ताकि उसे बाद में सबके साथ बाँटा जा सके .
... और अब न्यू इयर में फिर से नए जोशोखरोश के साथ पंखुरी टाइम्स आपके पास आ गया है.
सबसे पहले बात की जाये पिछले महीने के सबसे ख़ास इवेंट की और वो था बिटिया का सेकेण्ड बर्थडे यानी बीस दिसंबर .
आप सबको तो पता ही है बिटिया और घर के सभी लोग बहुत पहले से ही इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और जब ये ख़ास दिन आ गया तो सभी ख़ुशी से झूम उठे . ये रही बेटी के बर्थडे की फ़ोटो-रिपोर्ट -
सुबह - सवेरे नहा धो कर बेटी ने सबसे पहले अपने झूले का आनंद लिया... |
शाम होते ही पंखुरी के फ्रेंड्स अपनी विशेज़ और गिफ्ट्स के साथ आने लगे . |
क्राउन लगाये बेटी एकदम राजकुमारी सी दिख रही थी .... |
ये क्राउन बुआ ने स्पेशियली बेटी के बर्थडे के लिए ख़रीदा था... |
हमारी प्रिन्सेज़ झूले पर , अपने फ्रेंड्स के साथ ... |
फिर सबने बेटी को अपना आशीर्वाद दिया ... |
सरिता बुआ , बिटिया को मंगल तिलक लगते हुए .... |
फिर आया वो पल जिसका सबको इंतजार था , जल उठी केक की कैंडल्स ... |
सबने तालियाँ बजाकर गाया...हैप्पी बर्थडे टू पंखुरी |
पंखुरी ने बाबा की गोद में बैठ कर केक काटा ... |
सबकी फ़ोटो खिंची ... |
बेटी.... बुआ संग ... |
पंखुरी , बाबा की गोद में ... |
ये रहा बेटी का बर्थडे केक ... सो यम्म्मी ...... |
बुआ - बेटी |
भोला सा चेहरा - आँखों में शरारत ... बूझो तो कौन ? अरे बाबा पंखुरी बेटी और कौन .... ! |
हमारी शहज़ादी को ... |
जीवन की सारी खुशियाँ मुबारक हों .... अमीन ! |
तुम जियो हज़ारों साल...साल के दिन हों पचास हज़ार :)
ReplyDeleteदेर से ही सही पर जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएँ पंखुरी को.
खूब मस्ती करो!!!!:)
glad to see the happy movement .like to see more pictures like so. keep sending pankhuri times regularly.fine, EXCELLENT editing and composing.
ReplyDeleteDr vksinha
kalindi ville
LUCKNOW