हमारी नन्ही परी

हमारी नन्ही परी
पंखुरी

Wednesday, August 4, 2010

पंखुरी और बैलून......

पंखुरी बेटी को वैसे तो रंग-बिरंगी चीज़ें खूब पसंद हैं लेकिन शुरू-शुरू में उन्हें गुब्बारे रंग-बिरंगे होने के बावजूद कुछ खास नहीं भाये. शायद उन्होंने कोई गुब्बारा फूटते और तेज़ आवाज़ होते देख-सुन लिया था.तो पहले गुब्बारा उनके लिये डरने के चीज़ थी.लेकिन जल्दी ही ये उन्हें प्यारा लगने लगा क्योंकि इसे उन्होंने आसमान में उडते देख लिया था , जो  वाकई मज़ेदार था. फिर बिटिया को आ गया नया आइडिया... !
गुब्बारे के पंख लगा के उडने का.ये वाकई मज़ेदार और दमदार आइडिया था. तो बिटिया ने एक दिन पहले अपने लिये दो बडे वाले गुब्बारे खरीदवाये,फिर उन्हें अपने दोनो साइड में लगा लिया, पंखों जैसा...! लेकिन पता नही क्या हुआ, फ़्लाइट टेक-आफ़ ही नहीं हुई, शायद पंखों की पोज़िशन सही नही थी... !

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