तेरह अप्रैल को बैसाखी सेलेब्रेशन था....और बच्चों को येलो ड्रेसेज में स्कूल जाना था....हमने सुबह-सुबह उठ कर बड़े जतन से बेटी को तैयार किया और देखिये कैसी खिल उठी हमारी नन्ही परी.... ओहो...कहीं नज़र न लग जाए....!!!
पहली अदा इनकार की.... नो फ़ोटोज़ प्लीज़..... |
फिर हमारी रिक्वेस्ट पर मान ही गयी बेटी..... |
उफ़..... ये मोहनी मुस्कान तो देखिये..... |
इस शर्मीली अदा के तो क्या कहने.... |
है न मन मोहने वाला अंदाज़....और पता है उस दिन बेटी को स्कूल में स्टार चाइल्ड का बैज भी मिला....!!!
बेजान हुस्न में कहां रफ़्तार की अदा,
ReplyDeleteइन्कार की अदा है ना इकरार की अदा,
कोई लचक भी ज़ुल्फ़े गिरह्गीर में नहीं.
जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं...!!
thankooooooo chhatiyaa buaa :-D
DeleteSooo Cute...
ReplyDeletechaitaya bhaiyaa, aap bhi to bahut cute hain...thank you very much !!
Deleteवाह पंखुरी!!!
ReplyDeleteवैसे हमारी पंखुरी तो सच-मुच निराली है..आज ये बात टीचर्स ने भी समझ ली...
और पंखुरी, तुम्हारी ये ड्रेस तो बहुत प्यारी है..अब मैं बनारस आने ही वाली हूँ..फिर ये ड्रेस मेरी..:)
वाह भई! हमारी "स्टार चाइल्ड" को आखिर टीचर्स ने पहचान ही लिया... और कैसे न पहचानते हमारा ये नन्हा सा..प्यारा सा स्टार हमेशा ट्विंकल-ट्विंकल जो करता रहता है... :))
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