हमारी नन्ही परी

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पंखुरी

Wednesday, September 22, 2010

पंखुरी सारनाथ में... ! (एपिसोड-दो)


हाँ तो पिछ्ले एपिसोड में बात हो रही थी पंखुरी बेटी की सारनाथ यात्रा की और सवाल था कि पापा ने बेटी को बोटिंग कराई या नहीं तो भई इसका जवाब तो....वो क्या कहते हैं , हाँ ..., वेरी सिम्पल है.भला बेटी की इच्छा हो और पूरी न की जाए ऐसा कैसे हो सकता है ? तो पंखुरी ने बोटिंग तो की ही और भी ढेर सारी मस्ती की . आईये देखते हैं इसकी फ़ोटो रिपोर्टिंग - 
बेटी जब बोट पर बैठी तो बहुत हैरान हुई. मम्मा (पानी) दूर से तो देखा था, लेकिन खुद मम्मा के बीच होने का ये पहला अनुभव जो था.





कुछ टेंशन तो बेटी के चेहरे पर आप भी देख सकते हैं...

ये हैरत तो पंखुरी के मन में बनी ही रही कि आखिर पैरों तले ज़मीन कैसे हिल रही है ? आप भी नहीं समझे ?  ओहो...,बिटिया बोट पर जो खडी थी.


बोट के बाद पंखुरी गोल-गोल झूले पर भी झूली..., मज़ा आ गया !
फिर आई पी (गाडी) की बारी... !

कोई नही था, तो बेटी ने अकेले ही पी पर खूब आनंद लिया !
वहाँ इतना स्पेस था .बिटिया तो भागते-भागते नही थक रही थी !
और ये बेल.... , बाबा रे इत्ती बडी..., बिटिया से भी..., तो ये सोचना लाज़िम ही था कि इसे बजाया कैसे जाए ???
यहाँ भी बिटिया सोच में पड गयी कि हाथ तो पहुँच नही रहा..., अब निन्ना (जै) करे तो कैसे ?
इतना कुछ करने के बाद बिटिया की फ़रमाइश पर पापा ने उन्हें एम्मी (आइसक्रीम) खिलाई जो पंखुरी की मोस्ट फ़ेवरेट चीज़ है.
आपको तो पता ही होगा कि सारनाथ ही वो पवित्र स्थान है , जहाँ भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था. अब बिटिया तो इतनी बडी बात अभी नही समझती ....
लेकिन यहाँ आकर जितना खुश वो हुई उससे ये तय है कि बेटी के बाल- मानस पटल पर धुँधली ही सही (क्योंकि वो अभी केवल एक साल नौ महीने की हैं), हमेशा के लिये ये यात्रा अंकित हो गयी है.

5 comments:

  1. पंखुरी, बुरी बात ..., मेरे बगैर सारनाथ घूम आई.

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  2. arrey bhai mujhe bhi to le liya hota

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  3. पंखुरी की बातें बहुत बढ़िया लगती हैं!
    --
    यहाँ पोस्ट का प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छे ढंग से किया जाता है!

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  4. hi pankhuri khoob enjoy apna trip.... swings, icecream, boat gud hai....
    chaitanya.... regular reader of pankhuri times :) :)

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  5. pankhuri! historical place ki pahli yatra mubarak ho!....tumhe pata hai! abhi tum jahan ghoom ker aayi, Pratima bua har saal vahan "Sarnaath mahotsav" men manch per hoti hai...agle saal se tum bhi buaa ke saath zaroor jana....

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